23 May 2007

तपती गर्मी से मकान बचाएँ और बिजली भी बनाएँ...

तपती गर्मी से मकान को बचाएँ और बिजली भी बनाएँ...

मेरे पिछले लेख तपती गर्मी में भी मकान को रखें ठण्डा
में कुछ उपाय बताये गए थे। यहाँ प्रस्तुत है एक और दोहरे लाभ वाला उपाय।

आज का सभ्य समाज बिजली का गुलाम बन चुका है। बिजली (Electricity) के बिना पानी तक नहीं मिल पाता। क्योंकि बिजली के मोटर-पम्प से ही पानी ऊपर उठाया जाता है। कम्प्यूटर और इण्टरनेट तो बिना विद्युत के बेजान हैं। गर्मियों में बिजली कटौती की समस्या आम बात है। बिजली कटते ही लगता है जैसे धर्मराज के दरबार में पहुँच गए हैं अपने सारे पापों की सजा भुगतने के लिए। हमें गर्म तेल की कड़ाही में डाल कर तला जा रहा है।

मकान की छत पर पड़नेवाली धूप की गर्मी से मकान को बचाने के लिए एक अच्छा उपाय यह भी है कि मकान की छत पर उपयुक्त आकार के फोटोवॉल्टिक सेल वाले सोलर पैनल लगा दें, जो सूर्य के प्रकाश को विद्युत में बदलकर बैटरी को चार्ज करते रहें। बिजली कटौती के वक्त आप इससे घर में बल्ब या पंखे चला सकेंगे।

खर्च बचाने के लिए यदि बैटरी नहीं भी खरीदें, तो कम्प्यूटर का यू.पी.एस. तो चार्ज कर ही सकते हैं, जिससे कम्प्यूटर और इण्टरनेट तो चला ही सकेंगे। और अपने ब्लॉग पर लेख, कहानी, कविता, व्यंग्य आदि लिखकर समय तो बिता ही सकेंगे और साथ ही अपने महत्त्वपूर्ण विचारों से जगत को अवगत करा सकेंगे।

अगर आपकी छत 1000 वर्ग फुट की है और इसके आधे 500 वर्गफुट के सोलर पैनल लगाएँ जाएँ तो शायद आपकी कुल बिजली की आवश्यकता का आधा हिस्सा सूर्य के प्रकाश से ही सृजित किया जा सकता है। प्रति माह बिजली के बिल में तो आधी कटौती हो सकेगी।

है ना दोहरा लाभ। गर्मी से भी मकान रहेगा कुछ ठण्डा और विद्युत की जरूरत भी होगी पूरी। आम के आम, गुठली के भी दाम।

हालांकि अभी सोलर पैनल कुछ महंगे अवश्य हैं। लेकिन गैर-परम्परागत ऊर्जा विभाग द्वारा इनमें लगभग 50% की सबसिडी/अनुदान दिया जाता है। अर्थात् आधे दाम में मिलते हैं। आदित्य सोलर, गायत्री सोलर, टाटा सोलर आदि कई संस्थाओं के सोलर पैनल बाजार में उपबल्ध हैं। लेकिन कई स्थानों पर इनकी खरीदी पर सबसिडी सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में लगाने के लिए ही दी जाती है। लेकिन कई लोग अपने गाँव के पते पर लगाने के लिए खरीद कर शहर के मकान की छत पर स्थापित कर लेते हैं।

सोलर पैनलों की कोई खास रख-रखाव, मरम्मत आदि की भी जरूरत नहीं पड़ती। हालांकि बैटरी तथा इन्वर्टर सर्किट यूनिट आदि की अवधिवार जाँच करना तथा बदलना पड़ सकता है। सोलर पैनल एक परिष्कृत तथा प्रदूषण रहित ऊर्जा सृजन का माध्यम है। यदि समग्र पृथ्वी पर पड़ने वाली सूर्यकिरणों के दस प्रतिशत का भी उपयोग किया जाए तो समग्र विश्वि की बिजली की आवश्यकता पूरी की जा सकती है। तथा अति विशाल परिमाण में विद्युत सृजन के लिए खपत होनेवाले कोयला, पेट्रोलियम आदि की भारी बचत हो सकती है।

सोलर पैनलों की स्थापना करना सदा लाभजनक ही होता है। हालांकि एकबारगी खर्च कुछ ज्यादा अवश्य लगता है, किन्तु दो वर्ष में इनकी लागत का निवेश व्यय बिजली के बिल में होनेवाली कटौती से लगभग पूरा हो सकता है।

विभिन्न प्रकार के उपलब्ध होनेवाले सोलर पैनलों में आभासी त्रि-आयामी होलोग्राम तकनीकी पर आधारित "इनवर्टेड पिरामिड" आकार के सर्किट-डायग्राम वाले पैनल सर्वाधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं तथा सबसे कुशल होते हैं।


10 comments:

Anonymous said...

उपाय तो बहुत अच्छा है परंतु आम जनता की जेब में नहीं समाता।

ललित said...

सोलर पैनल लगाने का विचार बहुत ही उम्दा है, किन्तु काफी महंगा है। प्रति वर्गफुट पैनल का खर्च लगभग 200 रुपये हो सकता है। सस्ते सोलर पैनल की प्रतीक्षा है।

Anonymous said...

खर्च पर 100 स्कायर फीट कितना आजाता है?
100 स्कायर फीट पर कितनी ऊर्जा बन जाती है?
ये हमारे प्रश्न हैं

dpkraj said...

आपके सुझाव अच्छे हैं -दीपक भारत दीप

Udan Tashtari said...

अभी मुझे लगता है एक लम्बा सफर तय करना हो सोलर उद्योग को कि आम जनता उसका उपयोग कर सके.

हालांकि सोलर कुकर और लालटेन इत्यादि तो सरकारी अंशदान के बाद जन साधारण की पहुँच में आ ही चुके हैं.

अच्छी जानकारी दी, बधाई.

हरिराम said...

धुरविरोधी जी, अभी औसतन् प्रति वर्ग फुट खर्च लगभग 4.5 डॉलर या 200 रु. बैठता है। प्रति वर्गफुट लगभग 9 वाट विद्युत सृजित हो पाती है। किन्तु यदि "इनवर्टेड पिरामिड" होलोग्राम वाले सर्किट के पैनल हों तो प्रति वर्गफुट लगभग 24 वाट विद्युत सृजित होगी।

naresh singh said...

कृपया यह जानकारी भे दे कि सोलर पैनल का जीवन काल कितना होता है । बैट्री का तो तीन साल होता है। जवाब इमेल पर या मेरे चिठ्ठे पर भी दीजियेगा

shri said...

Solar panel milte kahan hai. govt. subcidy kitni aur kahan se milegi. direct dc tubelights use karen to kitna kharcha aayega.

shri said...

Solar panel milte kahan hai. govt. subcidy kitni aur kahan se milegi. direct dc tubelights use karen to kitna kharcha aayega.

Umesh Yadav said...

hame 30-35att ki capacity wala solar plate chahiye koi uchit pata tatha koi sarkari discount yadi milta ho to batayen.