26 Jun 2011

नोकिया का सोलर मोबाईल फोन

नोकिया के सौर-ऊर्जा चालित सेलफोन का परीक्षण पूरा हुआ।

नोकिया ने हाल ही में अपने नए मोबाईल हैंडसेट C1-02 का परीक्षण पूरा कर लिया है, जो सौर-ऊर्जा द्वारा चालित सेलफोन है, जिसमें बैटरी चार्ज करने के लिए कोई प्लग ही नहीं है। इस मोबाईल फोन के पिछले हिस्से में लगाए गए सोलर पैनल से विद्युत शक्ति मिलेगी।




सौर-ऊर्जा द्वारा चलने वाले नोकिया C1-02 मोबाईल फोन का निर्माण ऐसी तकनीक से किया गया है, जिससे आशा है कि वर्तमान आम मोबाईल फोन में उपलब्ध होनेवाली- इण्टरनेट, संगीत/वीडियो-प्लेयर, फोटोग्राफी, खेल आदि विभिन्न आधुनिक सुविधाओं के लिए आवश्यक बिजली बिना चार्ज की जरूरत के उपलब्ध हो सके। सौर-ऊर्जा चालित सेलफोन से आशा की जाती है कि जहाँ भी सूर्य-प्रकाश उपलब्ध हो वहाँ से ऊर्जा लेकर इसकी बैटरी स्वतः चार्ज होती रहेगी।

इस मोबाईल फोन के कार्य-निष्पादन को परखने के लिए नोकिया ने C1-02 के कई सेट विभिन्न देशों और विभिन्न मौसमी स्थितियों वाले क्षेत्रों में भेजे थे। नोकिया के इस हरित क्रान्ति अभियान से आशा बंधती है कि, सौर-उर्जा की बाधाएँ दूर हो सकेंगी, रात्रि में भी फोन को बिजली से चार्ज करने जरूरत नहीं होगी तथा मोबाईल फोन को अपने बैग या जेब में रखने की लोगों की आदत छूटेगी, जहाँ सूर्य किरणें मोबाइल फोन तक नहीं पहुँच पाती। लोगो को यात्रा के दौरान चार्जर साथ लेकर जाने की जरूरत नहीं होगी। रेलवे स्टेशनों पर, विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर मोबाईल चार्जर के काउंटर लगाने में कमी आएगी।

एक अनुमान का हिसाब लगाएँ कि यदि एक मोबाईल के लिए एक दिन में औसतन 1 वाट की बिजली खपती है, यदि संसार की कुल 700 करोड़ की जनसंख्या में से 70 करोड़ लोग मोबाईल फोन का उपयोग करते हैं, तो 7 लाख किलोवाट अर्थात 700 मेगावाट की बिजली की जरूरत कम होगी।

हालांकि बाजार में मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए सोलर चार्जर भी उपलब्ध हैं। रेलगाड़ियों में भी फेरीवालों के पास से सिर्फ 50 रुपये में ऐसे चार्जर मिल जाते हैं। सफर करते वक्त ऐसे चार्जर काफी काम आते हैं।