tag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post2141375992127426005..comments2024-01-17T10:36:12.889+05:30Comments on प्रगत भारत: पर्यावरण दिवस.... कुछ विशेष उपाय...हरिरामhttp://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-39866998118704457302007-11-10T12:30:00.000+05:302007-11-10T12:30:00.000+05:30ये बात भी समझ नहीं आती कि आखिर भारत में सौर उर्जा ...ये बात भी समझ नहीं आती कि आखिर भारत में सौर उर्जा का भरपूर उपयोग क्यों नहीं होता। इतनी गर्मी पड़ती है, मुफ़्त का माल है, फिर भी कोयला, पानी पर नज़र टिकाए रहते हैं। इटली, तुर्की में तो हर घर की छत सोलर पैनलों से ढंकी हुई है। जर्मनी, जहाँ धूप कम ही पड़ती है, वहाँ भी सौर्य ऊर्जा का चलन बढ़ रहा है। लेकिन भारत अनोखा देश है।Baserahttps://www.blogger.com/profile/08365898829052109147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-35026453079209451052007-10-17T18:43:00.000+05:302007-10-17T18:43:00.000+05:30बहुत ही ज्ञानवर्द्धक लेख हैं। अब ये बताएं क्या आप ...बहुत ही ज्ञानवर्द्धक लेख हैं। अब ये बताएं क्या आप सौर ऊर्जा के बारे में जानते हैं जिसका उपयोग बिजली बनाने के लिए किया जा सके और वो सस्ता भी पड़े, घर में इस्तेमाल करने के लिएAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-41555038926200904352007-06-24T23:45:00.000+05:302007-06-24T23:45:00.000+05:30This comment has been removed by a blog administrator.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-13517416913347633102007-06-24T23:43:00.000+05:302007-06-24T23:43:00.000+05:30सेवा-सौरभ नाम के हमारे स्वयंसेवी संगठन द्वारा शीघ्...सेवा-सौरभ नाम के हमारे स्वयंसेवी संगठन द्वारा शीघ्र ही संस्कृति.देशप्रेम और पर्यावरण पर एकाग्र एक स्मारिका का प्रकाशन करने जा रहे हैं आपका लेख पर्यावरण दिवस ...कुछ विशेष उपाय ..उक्त स्मारिका पर प्रकाशित करना चाहेंगे.यदि आपकी सहमति हो तो कृपया मुझे ई-मेल कर दीजियेगा.आभारी रहेंगे.<BR/>संजय पटेल.<BR/>पर्यावरण पर rachanakar.blogspot.com par मेरा एक लेख जारी हुआ था.एक और लेख bhashasamvad.wordpress.comsanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-53183771186397938742007-06-15T19:50:00.000+05:302007-06-15T19:50:00.000+05:30बहुत ही मौलिक और शानदार लेख। आपके विचार मनन करने य...बहुत ही मौलिक और शानदार लेख। आपके विचार मनन करने योग्य हैं।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-64901266937502544892007-06-12T16:14:00.000+05:302007-06-12T16:14:00.000+05:30पर्यावरण को उसके प्राकृतिक रूप में बचाये रखने लिये...पर्यावरण को उसके प्राकृतिक रूप में बचाये रखने लिये आपका चिन्तन बहुत ही सार्थक, सटीक, व्यावहारिक और कारगर है। लेख और विचार बहुत पसन्द आया।<BR/><BR/>हिन्दी चिट्ठाजगत को ऐसे ही स्तरीय और मौलिक लेखों की आवश्यकता ऐ। ऐसे लेख हिन्दी चिट्ठाजगत के पर्यावरण के लिये संजीवनी का काम करेंगे।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-40227540082135363292007-06-07T17:43:00.000+05:302007-06-07T17:43:00.000+05:30रजनीश मंगला जी और सुनीता जी! आपके सुझाव मानकर इस ल...रजनीश मंगला जी और सुनीता जी! आपके सुझाव मानकर इस लेख को रोजाना अद्यतन करके नई जानकारियाँ जोड़ रहा हूँ, ताकि पर्यावरण विज्ञान का एक अच्छा सन्दर्भ बन सके, एवं संयुक्त राष्ट्र के प्राधिकारियों का ध्यानाकर्षण किया जा सके।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-7684170709846146312007-06-07T00:42:00.000+05:302007-06-07T00:42:00.000+05:30क्या कहूँ, बहुत ही बढ़िया लेख है। आपने बिल्कुल स्ट...क्या कहूँ, बहुत ही बढ़िया लेख है। आपने बिल्कुल स्टीक उपाय बताए हैं। इस लेख को संभाल कर रखें, काम आएगा। समय समय पर थोड़ा बहुत संशोधन करते रहें। ये उपाय अगर अच्छी तरह लागू हो गए तो भारत भी जर्मनी जैसा स्वर्ग बन जाएगा।Baserahttps://www.blogger.com/profile/08365898829052109147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-5394336195224588632007-06-06T18:20:00.000+05:302007-06-06T18:20:00.000+05:30पर्यावरण दिवस पर आपके सुझाव सचमुच प्रशंसनिय है। इस...पर्यावरण दिवस पर आपके सुझाव सचमुच प्रशंसनिय है। इसके लिये सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है,एक ठोस कदम भी हम सब को मिल कर उठाना होगा। धर्म का रूप देने से इसे अधिकतर लोग समझ सकेंगे क्यूंकि ज्यादातर लोग धर्माध होते है..यदि उन्हे ये कहेंगे की पीपल हमें रात-दिन आक्सीज़न देता है तो कोई भी उसे काटते हुए देर नही लगायेगा..मगर यदि धर्म को आडे़ लायेंगे और कहेंगे पीपल में देवता बसते है तो लोग उसकी पूजा सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-69718167707584885722007-06-06T01:09:00.000+05:302007-06-06T01:09:00.000+05:30बढ़िया विचार हैं।रागबढ़िया विचार हैं।<BR/><BR/><A HREF="http://hindi-mishranurag.blogspot.com" REL="nofollow">राग</A>Raaghttps://www.blogger.com/profile/17899437600804420902noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-29682514632439197442007-06-05T22:17:00.000+05:302007-06-05T22:17:00.000+05:30विश्व पर्यावरण दिवस एक धार्मिक पर्व के रूप में मना...विश्व पर्यावरण दिवस एक धार्मिक पर्व के रूप में मनाया जाए--- बिल्कुल सहमत हूँ जनाब से...मगर एक दिवस ही क्यूँ हर दिवस इसकी जागरुकता रहना चाहिये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-5443684083501288972007-06-05T20:26:00.000+05:302007-06-05T20:26:00.000+05:30हरिराम जी, आप कॉपीराईट वाले अपने विचार पर फिर सोचि...हरिराम जी, आप कॉपीराईट वाले अपने विचार पर फिर सोचिए. ज्ञान पर कॉपीराईट होता तो पुराणों का उद्भरण आप कहां से देते?Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-71304302792524053572007-06-05T20:24:00.000+05:302007-06-05T20:24:00.000+05:30पर्यावरण पर आपकी समझ आदरयोग्य है. मत्स्यपुराण में ...पर्यावरण पर आपकी समझ आदरयोग्य है. मत्स्यपुराण में कही गयी इस बात का विश्लेषण ज्यादा कारगर होता. <BR/>कैसे दस सुपुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है, यह लोगों को बताने की आवश्यकता है.<BR/>एकबार फिर,<BR/>धन्यवाद.Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2481504562817573054.post-39803881267961316742007-06-05T19:13:00.000+05:302007-06-05T19:13:00.000+05:30काश सभी लोग ऐसा सोचे और करें ।काश सभी लोग ऐसा सोचे और करें ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.com